झारखंड- विधायक जी भी बने साइबर ठगी के शिकार: फार्च्यूनर की चाबी के चक्कर में उड़ गए 1.27 लाख” MLA बोले – मुझे लगा असली ऑफर है!

Jharkhand- MLA also became a victim of cyber fraud: 1.27 lakhs were lost in the pursuit of the keys of Fortuner. MLA said – I thought it was a real offer!

रांची। अब तक आपने साइबर ठगी के शिकार आम लोगों के किस्से सुने होंगे — कोई बिजली बिल से डर गया, तो किसी को फ्री का फोन चाहिए था।लेकिन अब साइबर ठगों ने वीआईपी लेवल पर तरक्की कर ली है।ताजा मामला पांकी के भाजपा विधायक डॉ. कुशवाहा शशि भूषण मेहता का है, जिन्हें ठगों ने “टोयोटा फार्च्यूनर की नीलामी” का सपना दिखाकर 1.27 लाख रुपये से हल्का कर दिया।

 

फार्च्यूनर का फार्मूला — और माननीय फंस गए!

हुआ यूं कि 26 जून को, जब माननीय मुंबई में संसद समिति की गंभीर बैठक में व्यस्त थे, उसी समय एक फोन आता है —“नमस्कार साहब! मैं रितेश कुमार, GST कस्टम अफसर बोल रहा हूं। मालदा में जब्त गाड़ियां नीलाम हो रही हैं, VIP के लिए स्पेशल मौका है!”व्हाट्सएप पर भेजी गई चमचमाती फार्च्यूनर की तस्वीरें इतनी लुभावनी थीं कि विधायक जी एक पल को दिल्ली भूल गए और गाड़ी की चाबी के ख्वाब में खो गए।10% एडवांस मांगा गया — यानी 1.27 लाख रुपये।

बकायदा “क्लर्क अनूप कुमार” और “बैंक खाता धारक आकाश सिन्हा” के नाम भी दिए गए ताकि धोखा भी ऑथेंटिक लगे।विधायक जी ने तुरंत अपने सहायक से रकम ट्रांसफर करवाई — 50 हजार नेट बैंकिंग और 77 हजार फोनपे से।

और फिर, चमत्कार हो गया!

राशि जाते ही फर्जी रसीद आई, और फिर

सभी मोबाइल फोन — “स्विच्ड ऑफ”।विधायक जी को एहसास हुआ कि गाड़ी तो दूर, अब बचपन की साइकिल भी लौटना मुश्किल है।

 

जनता को ज्ञान बांटने वाले विधायक जी ने खुद ही भरोसा कर लिया, और अपने सहायक से नेट बैंकिंग व फोन पे के ज़रिए रक़म ट्रांसफर करवा दी। पैसा गया, फर्जी रसीद आई, और फिर सभी मोबाइल नंबर “स्विच ऑफ़” हो गए—बिलकुल जैसे आपके पुराने रिश्तेदार शादी के बाद हो जाते हैं।

अब विधायक जी ने रांची साइबर थाना में रितेश कुमार, अनूप कुमार और आकाश सिन्हा नाम के तीन ठगों पर केस दर्ज कराया है। एफआईआर संख्या 174/25 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।इस मामले में विधायक ने रांची साइबर थाना में तीन आरोपितों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में विधायक ने रितेश कुमार, अनूप कुमार एवं आकाश सिन्हा नामक व्यक्ति को आरोपित बनाया है।

 

शिकायत में विधायक ने बताया है कि मोबाइल नंबर 8877098127 से रितेश कुमार नामक व्यक्ति ने 26 जून की सुबह उन्हें फोन किया। उस दौरान विधायक मुंबई में लोकसभा की प्राक्कलन समिति की बैठक में भाग लेने गए थे। रितेश ने खुद को जीएसटी कस्टम अधिकारी बताया। बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदा में जब्त गाड़ियों की नीलामी चल रही है। उसने विधायक को व्हाट्सएप पर कई गाड़ियों की तस्वीरें भेजीं।

 

एक टोयोटा फार्च्यूनर गाड़ी की नीलामी कीमत 12.70 लाख रुपये बताई। नीलामी में भाग लेने के लिए रितेश ने 10 प्रतिशत एडवांस यानी 1.27 लाख रुपये जमा करने को कहा। राशि जमा करने के लिए विभाग के क्लर्क अनूप कुमार नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर 9204754669 दिया। अनूप ने आकाश सिन्हा नामक व्यक्ति का बैंक खाता संख्या 201577 95102 , जिसका आईएफएससी कोड एसबीआईएन 0000243 है में राशि जमा करने को कहा।

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