झारखंड- 500 करोड़ की ज़मीन घोटाले में बड़ा खुलासा: CID ने दो मास्टरमाइंड को किया गिरफ्तार, सुप्रीम कोर्ट ने भी मांगा मूल दस्तावेज
Jharkhand- Big disclosure in Rs 500 crore land scam: CID arrested two masterminds, Supreme Court also asked for original documents

रांची/बोकारो। बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा में लगभग 500 करोड़ रुपये मूल्य की करीब 101 एकड़ बेशकीमती जमीन की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें जालसाजी कर फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए जमीन हड़पने और बेचने की साजिश रची गई थी। इस हाई-प्रोफाइल मामले में कार्रवाई करते हुए सीआईडी ने मुख्य आरोपियों इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें इस घोटाले का किंगपिन बताया जा रहा है।
जमीन घोटाले की जांच न सिर्फ सीआईडी बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भी की जा रही है, क्योंकि मामले में अवैध रूप से अर्जित संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई जारी है, जहां राज्य सरकार से जमीन के मूल दस्तावेजों की रिकॉर्ड कॉपी पेश करने को कहा गया है।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, आरोपियों ने सरकारी और निजी जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर उसे कई लोगों को बेच दिया। जमीन की कीमत करोड़ों में होने के कारण इस घोटाले में कई रसूखदार लोगों के नाम सामने आने की संभावना है। सीआईडी की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और आगे की पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार, जमीन हड़पने के लिए न केवल फर्जी रजिस्ट्रेशन किए गए, बल्कि सरकारी रिकॉर्ड में भी हेराफेरी करने की कोशिश की गई। इस पूरे नेटवर्क में दस्तावेज बनाने वाले, बिचौलिए और खरीददारों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
अब तक की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जिससे यह साबित होता है कि यह एक संगठित गिरोह द्वारा संचालित बड़ा जमीन घोटाला है। सीआईडी और ईडी की टीमें अब उन सभी लोगों की पहचान में जुटी हैं, जिन्होंने इस जमीन से लाभ उठाया या उसकी खरीद-फरोख्त में शामिल रहे।
इस घोटाले के सामने आने के बाद ज़मीन खरीदने वाले लोगों में भी चिंता की लहर है, खासकर उन लोगों के बीच जिन्होंने हाल ही में इस इलाके में जमीन खरीदी है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और ज़मीन खरीदने से पहले दस्तावेजों की पूरी जांच करने की अपील की है।