बिहार में सुपर स्टार हो गये सुपर फ्लाप : खेसारीलाल यादव को मिली करारी हार, जानिये रितेश पांडे, ज्योति सिंह और मशहूर गणितज्ञ केसी सिन्हा का क्या रहा हाल
Superstars turn into super flops in Bihar: Khesari Lal Yadav suffers a crushing defeat. Find out how Ritesh Pandey, Jyoti Singh, and renowned mathematician KC Sinha fared.

बिहार चुनाव: स्टार उम्मीदवारों को जनता ने नकारा, जमीनी नेताओं का दबदबा बरकरार
Bihar Election : बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार कई मशहूर भोजपुरी कलाकारों ने भी अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन नतीजों ने साफ कर दिया कि इस बार मतदाताओं ने लोकप्रियता के बजाय जमीन से जुड़े मुद्दों और स्थानीय नेतृत्व को ज्यादा तरजीह दी। छपरा से लेकर अलीनगर तक कई हाईप्रोफाइल मुकाबले हुए, जिनमें कई जगह स्टार उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा।
छपरा में खेसारी लाल यादव की हार – छोटी कुमारी का बड़ा धमाका
छपरा विधानसभा क्षेत्र इस चुनाव का सबसे चर्चित मैदान रहा। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम और राजद प्रत्याशी खेसारी लाल यादव को भाजपा उम्मीदवार छोटी कुमारी ने मात देकर सभी को चौंका दिया।पूरे राज्य में बहस का विषय बने इस मुकाबले में लोकप्रियता बनाम संगठन की शक्ति की परीक्षा हुई, जिसका परिणाम भाजपा के पक्ष में गया।छोटी कुमारी की जीत इस बात का प्रमाण है कि बिहार की जनता स्टार छवि से अधिक ईमानदार जनसेवा को महत्व देती है। महिला मतदाताओं ने जिस उत्साह से वोट किए, उसने अंतिम नतीजों को प्रभावित किया। उनकी जीत यह भी दर्शाती है कि राजनीति में महिला नेतृत्व लगातार मजबूत हो रहा है।
करगहर में रितेश पांडे चौथे नंबर पर रहे
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की ओर से उतरे मशहूर गायक व एक्टर रितेश पांडे की उम्मीदें भी बुरी तरह ध्वस्त हो गईं। उन्हें चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पडा। करगहर सीट से चुनाव लड़ रहे पांडे पूरे समय चौथे स्थान पर ही रहे। भाजपा और राजद के बीच मुख्य मुकाबले में उनके लिए कोई गुंजाइश नहीं बन सकी।
काराकाट में पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह पीछे रहीं
भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह भले ही विवादों के चलते चुनावी मैदान में नहीं उतरे, लेकिन उनकी पत्नी ज्योति सिंह काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ीं।
हालांकि, ज्योति सिंह तीसरे स्थान से ऊपर नहीं चढ़ सकीं और भाजपा व राजद उम्मीदवारों ने उन्हें कड़ी टक्कर दी।
उस दौरान उनकी लोकप्रियता सोशल मीडिया तक सीमित रही और जमीनी समर्थन न के बराबर दिखा।
कुम्हरार सीट: केसी सिन्हा तीसरे नंबर पर, बीजेपी के संजय कुमार की धमाकेदार जीत
पटना की हाईप्रोफाइल कुम्हरार सीट पर चर्चित गणितज्ञ और प्रोफेसर केसी सिन्हा जन सुराज पार्टी से चुनाव लड़े, लेकिन वे तीसरे स्थान पर ही सिमट गए।बीजेपी के संजय कुमार ने 47,524 वोटों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।कुम्हरार सीट भाजपा की पारंपरिक सीट मानी जाती रही है।
1990 से लेकर अब तक यहां ज्यादातर भाजपा का दबदबा रहा है।इस बार भी जातीय समीकरण और पार्टी की मजबूत पकड़ ने संजय कुमार को बड़ी जीत दिलाई।
अलीनगर में मैथिली ठाकुर की शानदार जीत
दरभंगा की अलीनगर सीट से भाजपा ने लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर को टिकट दिया था।
मैथिली ठाकुर ने 11,730 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की, जो उनकी पहली चुनावी जीत है।दूसरे स्थान पर आरजेडी के विनोद मिश्रा रहे।अलीनगर सीट पर पहले वीआईपी और आरजेडी के बीच मुकाबला देखा गया था, लेकिन इस बार मैथिली ठाकुर ने मिथिला की सांस्कृतिक पहचान और अपनी लोकप्रियता के दम पर बाजी मार ली।25 वर्ष की उम्र में उनकी जीत यह दर्शाती है कि नई पीढ़ी के सक्षम चेहरों को जनता स्वीकार कर रही है।









