मैथिली ठाकुर से पहले कौन-कौन रच चुका है इतिहास, जानिये 25 साल की उम्र में विधायक बनने वालों की लिस्ट में कौन-कौन हैं शामिल
Who has created history before Maithili Thakur? Find out who is on the list of MLAs who became MLAs at the age of 25.

Maithali Thakur : बिहार चुनाव 2025 में अलीनगर सीट से बीजेपी प्रत्याशी और लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने 25 वर्ष की उम्र में शानदार जीत दर्ज करते हुए नया राजनीतिक इतिहास रच दिया। अपने पहले ही चुनाव में 84,915 वोट हासिल कर उन्होंने आरजेडी उम्मीदवार बिनोद मिश्रा को 11,730 वोटों से हराया। लेकिन क्या मैथिली अकेली हैं जिन्होंने इतनी कम उम्र में विधानसभा की दहलीज पार की? बिल्कुल नहीं। भारत की राजनीति में कई युवा नेताओं ने 25 से 28 वर्ष की उम्र में विधायक बनकर अपनी अलग पहचान बनाई है। आइए जानते हैं भारत के सबसे युवा विधायकों की सूची के बारे में—
उमेद सिंह (राजस्थान) — 25 वर्ष (1962)
1962 में मात्र 25 साल की उम्र में राजस्थान के बारमेर से विधायक चुने गए उमेद सिंह भारत के शुरुआती युवा विधायकों में शामिल हैं। बाद के चुनावों में भी उन्होंने अपनी जीत की परंपरा जारी रखी।
अरुण वर्मा (उत्तर प्रदेश) — 25 वर्ष (2012)
सुल्तानपुर सदर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अरुण वर्मा 2012 में 25 वर्ष की उम्र में विधायक बने। उन्हें “आदर्श युवा विधायक पुरस्कार” भी मिला।
आदित्य सूरजेवाला (हरियाणा) — 25 वर्ष (2024)
कांग्रेस के दिग्गज नेता रंजीत सूरजेवाला के पुत्र आदित्य ने 2024 में कैथल सीट से जीत दर्ज कर हरियाणा के सबसे युवा विधायक बनने का गौरव हासिल किया।
मायनमपल्ली रोहित (तेलंगाना) — 26 वर्ष (2023)
मेड़क से चुनाव जीतकर रोहित ने 26 साल की उम्र में दिग्गज पद्मा देवेंद्र रेड्डी को हराकर सुर्खियां बटोरीं।
रोहित रावसाहेब पाटिल (महाराष्ट्र) — 26 वर्ष (2024)
तासगांव-कवठे महांकाल से 26 वर्ष की उम्र में अपनी पहली जीत दर्ज कर पाटिल ने युवा नेतृत्व का नया चेहरा पेश किया।
उपासना मोहापात्रा (ओडिशा) — 26 वर्ष (2024)
ओडिशा के ब्रह्मगिरी से भाजपा की उपासना मोहापात्रा 2024 में राज्य की सबसे युवा विधायक बनीं।
श्रीकांत जिचकार (महाराष्ट्र) — 26 वर्ष (1980)
20 डिग्रियों के साथ भारत के सबसे शिक्षित व्यक्ति कहे जाने वाले जिचकार 1980 में 26 वर्ष की उम्र में विधायक बने और आगे चलकर मंत्री भी बने।
नरींदर कौर भराज (पंजाब) — 27 वर्ष (2022)
27 वर्ष की उम्र में उन्होंने कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला को हराकर पंजाब में नया इतिहास लिखा।
के.एम. सचिन देव (केरल) — 28 वर्ष (2021)
2021 में 28 साल की उम्र में बालुस्सेरी से चुने गए सचिन देव 15वीं केरल विधानसभा के सबसे युवा विधायक बने।
मनसुख मांडविया (गुजरात) — 28 वर्ष (2002)
केंद्रीय मंत्री बनने से पहले मांडविया 2002 में 28 वर्ष की उम्र में गुजरात के सबसे युवा विधायकों में शामिल हुए।
मैथिली ठाकुर: क्या बदलेंगी बिहार की युवा राजनीति?
मैथिली ठाकुर का राजनीति में आना बिहार की युवा राजनीति के लिए नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। उनकी जीत न केवल उनके व्यक्तिगत प्रभाव को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि युवा और नए चेहरे अब भारतीय राजनीति में निर्णायक स्थान बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी लोकप्रियता और सरल छवि उन्हें आने वाले वर्षों में बिहार की सबसे प्रभावशाली नेताओं में शामिल कर सकती है।









