लालू के पार्टी के नेता ने ही दिया था 25 का श्राप.. जो हो गई सच, पढ़िए तेजस्वी को श्राप देने की पूरी कहानी जो खूब हो रही वायरल
Lalu Prasad Yadav's party leader had uttered the curse of 25 years, which turned out to be true. Read the full story of the curse on Tejashwi which is going viral.

Viral video News: महागठबंधन को मिली करारी हार की समीक्षा हर पार्टी अपने स्तर से कर रही है। टिकट बंटवारे के दौरान ही राजद के पार्टी नेता ने ही तेजस्वी को ऐसा श्राप दे डाला जो चुनाव परिणाम आते आते सच साबित हो गया । भले कारण जो भी रहा हो परन्तु सोशल मीडिया में उस वक्त का video खूब ट्रेंड कर रहा है।
क्या है viral video का सच
बिहार चुनाव के नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें पूर्वी चंपारण के मधुबन सीट से राजद के पूर्व प्रत्याशी मदन साह की कही बातों को लोग ‘भविष्यवाणी’ बताकर चर्चा कर रहे हैं. टिकट कटने के बाद पटना स्थित राबड़ी आवास के बाहर फटे कुर्ते में रोते हुए नजर आए. मदन साह ने उस वक्त भावुक होकर कहा था- तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और राजद 25 सीटों पर सिमट जाएगी. चुनाव नतीजे आने के बाद राजद वास्तव में ठीक 25 सीटों पर सिमट गई. जिसके बाद से मदन साह का बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

किसने दिया था श्राप
महागठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो मधुबन विधानसभा क्षेत्र से राजद के उम्मीदवार रह चुके मदन शाह का है। इस वीडियो में वो विधानसभा चुनाव 2025 के लिए टिकट कटने के बाद भावुक होकर नाटकीय अंदाज़ में ज़मीन पर लेटते, रोते और राजद के केवल 25 सीटों पर सिमट जाने का दावा करते नजर आ रहे हैं। चुनााव परिणाम आने के बाद, जब राजद को वाकई 25 सीटें मिलीं, तो यह वीडियो दोबारा ट्रेंड में आ गया और सोशल मीडिया पर इसे भविष्यवाणी और श्राप बता कर शेयर किया जा रहा है।
जो बात मुंह से निकली, वही हो गई सच
उन्होंने कहा कि टिकट कटने से उन्हें गहरा आघात पहुंचा था और दुख में जो बात उनके मुंह से निकली, शायद वही सच हो गई. लेकिन, उन्हें याद नहीं कि उन्होंने उस समय क्या-क्या कहा था. संजय यादव द्वारा पार्टी तोड़ने और टिकट के लिए पैसे मांगने के आरोपों पर मदन साह ने कहा कि राजनीति में पैसों की जरूरत नई बात नहीं है, लेकिन समर्पित कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर बाहरी लोगों को पैसे लेकर टिकट देना गलत है. उन्होंने यह भी दावा किया कि टिकट कटने के बावजूद उन्होंने पार्टी के लिए काम करना जारी रखा. पार्टी से बगावत नहीं की.

राबडी आवास के सामने खूब हुआ था video viral
वायरल क्लिप उस समय का है जब चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर हलचल तेज थी। टिकट के लिए मदन शाह भी राजधानी पटना स्थित राबड़ी आवास पहुंचे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। वीडियो में मदन शाह राबड़ी आवास के बाहर रोते हुए अपना कुर्ता फाड़ते दिखाई देते हैं और बीच सड़क पर लेटकर अपने साथ कथित अन्याय का विरोध करते नजर आते हैं। वीडियो उस समय भी काफी चर्चा में रहा था
कौन है मदन साह
चुनाव का रिजल्ट आने के बाद मीडिया से बातचीत में मदन साह ने बताया कि वे 1990 से राजद के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. पार्टी के आंदोलनों में कई बार घायल होने के बावजूद भी वे लगातार संगठन के साथ खड़े रहे. उनके मुताबिक लालू प्रसाद यादव ने उन्हें मधुबन से टिकट देने का वादा किया था, लेकिन आखिरी समय में हेलिकॉप्टर से लाकर एक बाहरी उम्मीदवार को टिकट दे दिया गया, जिसका पार्टी से कोई जुड़ाव नहीं था.
लालू को मानते थे गुरु, 1990 से थे राजद में
मदन शाह ने मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि वे 1990 से राजद से जुड़े हैं और लगातार सक्रिय रहते हुए पार्टी संगठन में योगदान देते रहे। 2020 चुनाव में वे करीब 2,000 वोटों के अंतर से हार गए थे, जिसके बाद उन्हें विश्वास था कि इस बार टिकट तय रूप से उन्हें ही मिलेगा। उस समय मदन शाह ने राजद के ही कुछ नेताओं पर टिकट के लिए पैसे मांगने का गंभीर आरोप लगाया था। उनका कहना था कि उनसे ₹2 करोड़ 70 लाख की राशि की मांग की गई, जो उनके लिए असंभव थी।









