DIG Arrest: 5 लाख रुपए घूस लेते DIG को CBI ने रंगे हाथ पकड़ा, घर में भी मिले करोड़ों रुपए, कबाड़ वाले से ले रहे थे….

DIG Crime story: CBI ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए DIG हरचरण सिंह भुल्लर को गिरफ्तार किया है. उन पर 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है. सीबीआई ने मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप कारोबारी की शिकायत पर यह कार्रवाई की.
शिकायत मिलने पर, एजेंसी ने जाल बिछाया और अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. यह घटना मोहाली के एक होटल में हुई. एक कबाड़ व्यापारी ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी कि भुल्लर ने उसके अवैध कार कारोबार को जारी रखने की अनुमति देने के बदले में मासिक रिश्वत की मांग की थी.
सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया था. सूत्रों के मुताबिक, 2007 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी भुल्लर एक व्यापारी से हर महीने 5 लाख रुपये की रिश्वत ले रहे थे. उन्हें रिश्वतखोरी की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया.
घर से करोड़ों रुपए कैश बरामद
रिश्वतखोरी के केस में गिरफ्तार डीआईजी हरचरण भुल्लर की गिरफ्तारी के बाद CBI ने उनके घर पर छापेमारी की. जहां से करोड़ों रुपए कैश बरामद हुए. DIG के घर में नोटों की गिनती की जा रही है. ऐसे में अभी उनके घर से कितना पैसा बरामद हुआ, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.
कैसे हुई कारवाई
जानकारी के अनुसार सीबीआई को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर रिश्वत मांग रहे हैं, लेकिन कोई सबूत न होने के कारण टीम कार्रवाई नहीं कर पा रही थी. इसी सिलसिले में मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप डीलर ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि हरचरण सिंह भुल्लर ने उनके अवैध कार कारोबार को जारी रखने के लिए मासिक रिश्वत की मांग की थी.
शुरुआत में उन्होंने 2 लाख रुपये की मांग की. फिर बाद में इसे बढ़ाकर उन्होंने इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया. तब डीलर ने इसकी शिकायत सीबीआई से की. जिसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जाल बिछाया और चंडीगढ़ से डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
2007 बैच के IPS अधिकारी हैं हरचरण भुल्लर
2007 बैच के IPS अधिकारी भुल्लर डीआईजी (रोपड़ रेंज) के पद पर कार्यरत हैं. रोपड़ रेंज में मोहाली, रूपनगर और फतेहगढ़ साहिब जिले शामिल हैं. भुल्लर इससे पहले DIG (पटियाला रेंज) के पद पर कार्यरत थे. उन्होंने सतर्कता ब्यूरो के संयुक्त निदेशक और जगराओं, मोहाली और संगरूर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में भी काम किया है.