हैलो! मैं DEO बोल रहा हूं: शिक्षकों को ये शातिर गैंग लगाता था चूना, खुद को DEO बताकर करता था ठगी, पुलिस ने चार नकली DEO को किया गिरफ्तार

Hello! I am DEO: This cunning gang used to cheat teachers, used to cheat them by calling themselves DEO, police arrested four fake DEOs

Teacher News: “ हैलो! मैं जिला शिक्षा पदाधिकारी बोल रहा हूं….” DEO बताकर शिक्षकों से वसूली करने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि अब तक इस गैंग ने दर्जनों शिक्षकों को अपना शिकार बनाया था। ये पूरा मामला बिहार के बांका जिले का है, जहां साइबर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक संगठित साइबर गैंग का भंडाफोड़ किया है।

 

पुलिस गिरफ्तार चारों से पूछताछ कर रही है और अन्य संभावित संलिप्त लोगों की तलाश भी जारी है। आरोपी सरकारी अधिकारियों की पहचान चुराकर मोबाइल नंबर को किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पोर्ट करवाते थे और फिर OTP आधारित धोखाधड़ी करते थे। उनका मुख्य निशाना शिक्षक और विद्यालयों से जुड़े लोग थे, जिन्हें वे ई-शिक्षा कोष या अन्य शासकीय योजनाओं के नाम पर फंसा रहे थे।

 

पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि ये गैंग खुद को जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) बताकर शिक्षकों से जुड़ी सरकारी जानकारी और संसाधनों का इस्तेमाल करता था। गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी मोबाइल नंबर पोर्टिंग के ज़रिए ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। दरअसल अमरपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय, लौसा के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार तिवारी ने थाने में शिकायत की थी।

 

उन्होंने बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति DEO बनकर उनके सरकारी मोबाइल नंबर और ई-शिक्षा कोष से संबंधित विवरण का गलत इस्तेमाल कर रहा है। बांका एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के निर्देश पर साइबर थाना अध्यक्ष अनुपेश नारायण के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर टीम ने पटना, नवादा और नालंदा जिलों में छापेमारी कर चार आरोपियों को दबोचा।

 

पुलिस ने इन शातिरों के पास से पांच मोबाइल फोन और दस सिम कार्ड भी बरामद किए है। सभी आरोपी नालंदा जिले के फरासपुर गांव के हैं, इनमें सैनी कुमार (पिता: जितेन्द्र पासवान), सूरज कुमार (पिता सिंदर पासवान), अभिषेक कुमार (पिता छोटेलाल पासवान) और संतोष कुमार (पिता सुनील पासवान) शामिल हैं।

ashrita

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