श्रावणी मेला में स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल: बूंद बूंद पानी को तरस रहे ड्यूटी पर लगे स्वास्थ्यकर्मी, आवास प्रभारी ने कहा..जहां ह… गना है, ह.. गो, खुले में शौच करने की दी सलाह, कर्मियों ने कार्य बहिष्कार की दी चेतावनी

देवघर: जैसे जैसे श्रावणी मेला परवान चढ़ रहा है वैसे वैसे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल रही है। बिगड़ते मौसम में राज्य भर के स्वास्थ्य कर्मी बीमार हो रहे हैं वहीं बूंद बूंद पानी को भी तरस रहे हैं। ना शौचालय में पानी, ना बाथरूम में पानी। हालत बद से बदतर स्थिति में पहुंच गई है।
बदहाल स्थिति को देखते हुए रविवार की देर रात स्वास्थ्य कर्मियों का गुस्सा फूट गया। स्वास्थ्य व्यवस्था पर जिले के आलाधिकारी तरह तरह के दावे कर पीठ थपथपाते नजर आते है वहीं हकीकत इन झूठे दावे से बिल्कुल अलग है। मालूम हो कि इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों के बदौलत देवघर में श्रावणी मेला स्वास्थ्य शिविर संचालित किए जा रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य शिविर से डॉक्टर गायब हैं।

क्या है मामला
राज्य भर के स्वास्थ्य कर्मी श्रावणी मेला में देवघर पहुंचे हैं जिनकी ड्यूटी अलग अलग स्वास्थ्य शिविर में लगाई गई है।इन स्वास्थ्य कर्मी को देवघर कॉलेज के महिला छात्रावास में करीब 350 स्वास्थ्य कर्मियों को ठहराया गया है। पिछले 3 दिनों से पानी की सप्लाई न तो बाथरूम में हो रही है न शौचालय में। मसलन अपनी समस्या छात्रावास की देखभाल कर रहे कर्मी की बताई गई। उसके वावजूद आवास प्रभारी और जिले के सिविल सर्जन के तरफ से कोई कारवाई नहीं की गई।
रविवार की देर रात अचानक स्वास्थ्य कर्मियों का गुस्सा फूट गया ।देखभाल कर रहे कर्मियों को आवास प्रभारी और सिविल सर्जन से बात करने की बात कही गई। वहां मौजूद कर्मियों ने कहा कि खुले में शौच करें पानी की व्यवस्था नहीं हो पाएगी। समस्या का निदान करने आवासन प्रभारी मौके पर नहीं पहुंचे और मामला तब और बिगड़ गया जब स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि फोन पर आवासन प्रभारी ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया और फोन पर कहते है कि जहां ह…गना है ह…गो, पानी की व्यवस्था नहीं होगी।
क्या हैआरोप
मालूम हो कि देवघर कॉलेज में चारों तरफ जंगल झाड़ फैले हुए है। ऐसे ने जहरीले सांप, बिच्छू, जहरीले कीड़े मकोड़े झाड़ियों से निकल कर छात्रावास में पहुंच जाते है। उसके वावजूद गंदगी चरम पर है। बाथरूम , शौचालय में सफाई तक नहीं होती है। नाली, छात्रावास के बरामदे, शौचालय में गंदगी भरी हुई है। जानकारी के वावजूद सिविल सर्जन युगल किशोर चौधरी और आवासन प्रभारी डॉ राजीव मौके पर नहीं पहुंचे।
स्वास्थ्य कर्मियों ने आरोप लगाया कि शौचालय,बाथरूम की सफाई होती ही नहीं है। न कमरे के चादर बदले जाते हैं। खानापूर्ति के नाम पर छात्रावास के बाहर सिविल सर्जन और अधिकारी फोटो खींचा कर चले जाते हैं। राज्यभर के स्वास्थ्य कर्मी निदेशक प्रमुख के आदेश पर श्रावणी मेला के लिए भेजे जाते है पर यहां उनका शोषण किया जाता है।
स्वास्थ्य कर्मियों ने ये भी बताया कि जल्द से जल्द यदि शौचालय और बाथरूम में पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है तो जिले के उपायुक्त, स्वास्थ्य मंत्री, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सचिव को पत्र देकर शिकायत की जाएगी। साथ ही ऐसे हालत में श्रावणी मेला शिविर में कार्य कर पाना असंभव होगा।









