झारखंड: “1000 रुपये किलो कड़कनाथ, 90 रुपये लीटर दूर” माही के फार्म हाउस का मुर्गा-मछली और दूध ही नहीं, सब्जियां भी है फेमस
Jharkhand: "Kadaknath at Rs 1000 per kg, Rs 90 per litre away" Not only chicken, fish and milk, but vegetables of Mahi's farm house are also famous

रांची। माही का अंदाज वाकई में निराला है। कैप्टन कूल अपनी लाइफ में जितना कूल रहते हैं, उनकी निजी जिंदगी भी उतनी ही कूल है। वो छुट्टी बिताने रांची आते हैं, तो उनका ज्यादा वक्त उनके फार्म हाउस में ही बितता है। रांची के सिमलिया स्थित रिंग रोड पर फैले धोनी के 43 एकड़ के फार्म हाउस में ऑर्गेनिक खेती से लेकर पशुपालन और मछली पालन तक की मिसाल देखने को मिलती है।
कड़कनाथ मुर्गा: फार्म हाउस का सुपरस्टार
धोनी के फार्म हाउस में कड़कनाथ नस्ल का मुर्गा पाला जा रहा है, जिसकी कीमत बाजार में 1000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। खास बात ये है कि ये मुर्गे पूरी तरह ऑर्गेनिक तरीके से पाले जाते हैं, जिनमें किसी प्रकार के इंजेक्शन या हॉर्मोनल दवाइयों का इस्तेमाल नहीं होता। यह कड़कनाथ नस्ल स्वाद, पौष्टिकता और प्रोटीन के मामले में आम चिकन से कई गुना बेहतर मानी जाती है।
गाय पालन: दूध से मिठास तक की यात्रा
धोनी के फार्म हाउस में 40 से 50 गायें भी पाली जाती हैं, जिनसे बड़ी मात्रा में दूध का उत्पादन होता है। यह दूध रांची के बड़े स्वीट सेंटरों में 80 से 90 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाता है। धोनी के फार्म की गायें भी प्राकृतिक तरीके से पाली जाती हैं और उनके चारे से लेकर देखभाल तक में पूरी तरह जैविक तरीका अपनाया जाता है।
मछली पालन: शौक से व्यवसाय तक
माही को मछली पकड़ने का शौक तो है ही, लेकिन इसे उन्होंने व्यवसाय में भी बदल दिया है। उनके फार्म हाउस में एक बड़ा तालाब है, जिसमें मछली पालन किया जाता है। कुछ समय पहले धोनी की मछली पकड़ते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जिसने उनके फार्मिंग प्रेम को और भी उजागर किया।
ऑर्गेनिक खेती: मिट्टी, गोबर और विश्वास
फार्म हाउस की पहचान इसकी ऑर्गेनिक खेती भी है। यहां टमाटर, स्ट्रॉबेरी, फ्रेंचबीन, ब्रोकली, मटर और अमरूद जैसी कई फल-सब्जियां उगाई जाती हैं। खेती में कोई रासायनिक खाद या कीटनाशक इस्तेमाल नहीं होता। केवल गोबर, गौमूत्र और जैविक खाद से फसलें तैयार की जाती हैं, जिससे इनका स्वाद और गुणवत्ता बेहतरीन होती है।