झारखंड: बाबूलाल मरांडी को लग रहा है डर, कौन कर सकता है नेता प्रतिपक्ष पर हमला? जानिये क्या बोले मरांडी
Jharkhand: Babulal Marandi is scared, who can attack the leader of opposition? Know what Marandi said

रांची। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बड़ा बयान दिया है। बाबूलाल मरांडी को डर है कि उन पर हमला हो सकता है। प्रेस कांफ्रेंस कर बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य के DGP अनुराग गुप्ता पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि डीजीपी उनसे या किसी और से कभी भी हमला करवा सकते हैं। मरांडी ने कहा कि अब उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है।
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि डीजीपी अनुराग गुप्ता गैरकानूनी रूप से पद पर बने हुए हैं, जबकि उनकी सेवा समाप्त हो चुकी है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ऐसा डीजीपी किसी की हत्या कर दे, तो क्या कार्रवाई होगी? “उन पर कोई नियंत्रण नहीं है, न सस्पेंशन का डर, न ही किसी कार्रवाई की गुंजाइश”, उन्होंने कहा।
“क्राइम कराने के लिए डीजीपी रखा गया है?”
उन्होंने हेमंत सोरेन पर हमला बोलते हुए कहा, “इस तरह के डीजीपी को पद पर बनाए रखना ही इस बात का संकेत है कि सरकार की मंशा सही नहीं है।” उन्होंने कहा, “मैं खुद डर के साए में हूं। न जाने कब और किसके जरिए मुझ पर हमला करवा दिया जाए।”
संवैधानिक संस्थाओं की दुर्दशा पर भी साधा निशाना
मरांडी ने केवल डीजीपी को ही नहीं, बल्कि राज्य की संवैधानिक संस्थाओं की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त का पद वर्षों से खाली पड़ा है, जिससे भ्रष्टाचार की जांच प्रभावित हो रही है। सूचना आयोग, उपभोक्ता संरक्षण आयोग और महिला आयोग की भी हालत जर्जर है। कई जिलों में अध्यक्ष और सदस्य तक नियुक्त नहीं किए गए हैं।
“राज्य सरकार विपक्ष का बहाना बनाकर टाल रही है नियुक्तियाँ”
मरांडी ने कहा कि जब राज्य में विपक्ष का नेता नहीं था, तब सरकार इसे लेकर अदालत में हलफनामा दायर करती रही। अब जब विपक्ष का नेता है, तब भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इन आयोगों को जानबूझकर निष्क्रिय बनाए हुए है ताकि जनता को शासन की हकीकत पता न चले।
नेता प्रतिपक्ष की मांग
बाबूलाल मरांडी ने मांग की है कि राज्य सरकार सभी संवैधानिक आयोगों में रिक्त पदों को तत्काल प्रभाव से भरे, ताकि जनता को उनके अधिकार और न्याय मिल सके।