झारखंड- बड़ा माइंस हादसा: भीषण भू-धंसान, एक की मौत, छह मजदूर लापता, चार घर जमींदोज, चार लोग घायल
Jharkhand- Major mine accident: Massive land subsidence, one dead, six workers missing, four houses razed to the ground, four people injured

Jharkhand News | धनबाद जिले के कतरास क्षेत्र में एक माइंस हादसा हुआ है। शुक्रवार सुबह एकेडब्लूएमसी की मां अंबे माइनिंग परियोजना अंतर्गत मुंडा धौड़ा पैच में सुबह करीब 11 बजे हुए भीषण भू-धंसान से भारी तबाही मच गई। इस हादसे में बीसीसीएल की एक सर्विस वैन लगभग 400 फीट गहरी खाई में जा गिरी। वैन में सवार करीब सात मजदूरों में से एक की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि छह अन्य अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
वैन के साथ धंसक गया इलाका
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही भू-धंसान हुआ, जमीन के बड़े हिस्से में दरारें पड़ गईं और कुछ ही पलों में एक गहरी खाई बन गई। उसी दौरान वहां से गुजर रही बीसीसीएल की सर्विस वैन अचानक खाई में जा समाई। वैन में सवार मजदूरों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। बचावकर्मियों की टीम लगातार तलाशी अभियान चला रही है, लेकिन गहरी खाई और धंसी हुई मिट्टी के कारण रेस्क्यू कार्य बेहद कठिन साबित हो रहा है।
चार घर और खटाल जमींदोज
भू-धंसान इतना भीषण था कि आसपास खड़े चार घर और एक खटाल पूरी तरह जमींदोज हो गए। इन घरों में रह रहे परिवार किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचा सके, लेकिन उनका सब कुछ मलबे में दब गया। वहीं, खटाल में बंधे आधा दर्जन मवेशी भी मलबे में दबकर खत्म हो गए। स्थानीय लोग इसे अब तक का सबसे खतरनाक हादसा बता रहे हैं।
घायलों का इलाज जारी
हादसे के दौरान जान बचाने की कोशिश में चार लोग घायल भी हुए। इन्हें कतरास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार घायलों में दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
मौके पर हंगामा और विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद आसपास के ग्रामीण और मजदूर बड़ी संख्या में मौके पर जुट गए। लोगों में प्रशासन और खनन प्रबंधन के खिलाफ भारी आक्रोश देखा गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि लंबे समय से इलाके में भू-धंसान की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन न तो बीसीसीएल प्रबंधन और न ही प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा तथा सुरक्षित पुनर्वास की मांग की।
प्रशासन और बचाव दल अलर्ट
प्रशासनिक अधिकारी और बीसीसीएल प्रबंधन के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। फिलहाल एनडीआरएफ और स्थानीय रेस्क्यू टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। लेकिन गहरी खाई और लगातार मिट्टी धंसने की वजह से राहत कार्य में बाधा आ रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा लापरवाही का नतीजा है। यदि समय रहते इलाके की जांच की जाती और सुरक्षा के उपाय अपनाए जाते तो इतनी बड़ी जन और संपत्ति की क्षति नहीं होती।









