झारखंड बड़ी खबर: सरकार ने बाबूलाल के सर पर रखा 2 लाख का ईनाम, पुलिस की सक्रियता से मचा हड़कंप, जानिये क्या है पूरा मामला
Jharkhand big news: Government put a reward of 2 lakhs on Babulal's head, police's activism caused a stir, know what is the whole matter

Jharkhand Big news: झारखंड पुलिस एक्शन में आ गयी है। झारखंड सरकार ने बाबूलाल पर ईनाम घोषित कर दिया है। पुलिस की इस सक्रियता के बाद हड़कंप मचा है। दरअसल झारखंड में इन दिनों माओवादियों के खिलाफ लगातार आपरेशंस चल रहे हैं। पूरे देश से मार्च 2026 तक नक्सलियों का सफाया होना है। लिहाजा पुलिस की सक्रियता नक्सलियों के खिलाफ तेज है।
इस बीच सरकार ने मोस्ट वांटेड माओवादी कमांडर बाबूलाल उर्फ बबलू राम पर घोषित इनाम की राशि बढ़ा दी है। पहले उस पर ₹1 लाख का इनाम था, जिसे अब दोगुना कर ₹2 लाख कर दिया गया है। दरअसल बाबूलाल उर्फ बबलू राम मूल रूप से बिहार के अरवल जिले के किंजर थाना क्षेत्र के निरखपुर गांव का रहने वाला है।
वह माओवादियों के बाल दस्ते में शामिल हुआ था और पिछले दो दशक से बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय है। पलामू रेंज के डीआईजी नौशाद आलम ने जानकारी दी कि बबलू कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा है। कई बड़ी वारदातों को वो लीड भी कर चुकी है। उसके खिलाफ कई मामले भी दर्ज है।
माओवाद में लंबा सफर
बबलू राम दिवंगत टॉप माओवादी नेता देवकुमार सिंह उर्फ अरविंद के बेहद करीबी रहा। अरविंद के दस्ते से जुड़कर उसने अपनी पहचान बनाई। अरविंद की मौत के बाद उसने विमल और नवीन यादव के साथ काम किया। दोनों के आत्मसमर्पण के बाद वह छोटू खरवार के दस्ते में शामिल हुआ। छोटू के मारे जाने के बाद बबलू, मनीष यादव और अब 10 लाख के इनामी माओवादी मृत्युंजय भुईंया के साथ सक्रिय है।
सुरक्षा एजेंसियों का दबाव
सुरक्षा बल लगातार बूढ़ापहाड़ क्षेत्र में अभियान चला रहे हैं। पुलिस का कहना है कि बबलू जैसे माओवादी कमांडरों की गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण से संगठन की रीढ़ टूटेगी। सरकार भी माओवादियों से मुख्यधारा में लौटने और “नई दिशा योजना” का लाभ उठाने की अपील कर रही है।बूढ़ापहाड़ का यह मोस्ट वांटेड कमांडर अब पुलिस के रडार पर है और उसके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है।