झारखंड शिक्षक नियुक्ति भी विवादों में: नाराज अभ्यर्थियों में राजभवन में दर्ज करायी आपत्ति, अब मुख्यमंत्री से मुलाकात की तैयारी, जानिये क्या है शिकायतें ..
Jharkhand teacher recruitment also in controversy: Angry candidates lodged objection in Raj Bhavan, now preparing to meet the Chief Minister, know what are the complaints ..

Jharkhand Teacher News। झारखंड सहायक आचार्य परीक्षा 2023 की नियुक्ति भी अब विवादों में घिर गयी है। अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में भी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर अभ्यर्थियों के मन में कई तरह के सवाल हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा परिणाम में भारी गड़बड़ी की गई है और योग्य उम्मीदवारों को दरकिनार कर मनमाने तरीके से चयन सूची जारी की गई है।
इस मामले में शिकायत को लेकर मंगलवार, 19 अगस्त 2025 को अभ्यर्थी राजभवन पहुंचे और राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग रखी। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा आयोजित सहायक आचार्य नियुक्ति प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है।
विज्ञापन संख्या 13/2023 के तहत हुई इस भर्ती में कई योग्य उम्मीदवारों को चयन सूची से बाहर कर दिया गया, जबकि दस्तावेज सत्यापन (DV) पूरा करने वाले अनेक अभ्यर्थियों के परिणाम अब तक जारी नहीं किए गए हैं।
ये 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा
राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में अभ्यर्थियों ने कुल 11 प्रमुख बिंदु रखे। इनमें मुख्य मांगें हैं—
• Raw Marks के आधार पर मेरिट सूची और स्कोर कार्ड जारी किया जाए।
• घोषित रिक्तियों के अनुरूप 26,001 पदों पर नियुक्ति दी जाए।
• SC, ST और OBC वर्ग को 5 प्रतिशत अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए।
• 2 वर्षीय BEd धारक उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
• पारा शिक्षकों के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया जाए।
• पारा और नन पारा उम्मीदवारों की अलग–अलग मेरिट सूची बनाई जाए।
• विकलांग (PH) उम्मीदवारों के आरक्षण नियमों का कड़ाई से पालन हो।
नॉर्मलाइजेशन का विरोध
अभ्यर्थियों ने नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को भी अनुचित बताया। उनका कहना है कि परीक्षा का सिलेबस समान था और उम्मीदवारों की संख्या भी अपेक्षाकृत कम थी, ऐसे में नॉर्मलाइजेशन लागू करना तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने मांग की कि इसे पूरी तरह से रद्द किया जाए। साथ ही, बायोमेट्रिक मिसमैच वाले अभ्यर्थियों का सत्यापन अन्य तरीकों से करने का विकल्प भी दिया जाए।
आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन सौंपने के बाद अभ्यर्थियों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अभ्यर्थी नेता राहुल कुमार क्रांति ने कहा कि वे जल्द ही मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे।
न्यायिक स्तर पर मामला लंबित
गौरतलब है कि सहायक आचार्य नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर पहले से ही हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिस पर सुनवाई चल रही है। अब अभ्यर्थियों द्वारा सीबीआई जांच की मांग ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है।









