झारखंड- तीन सस्पेंड: HIV संक्रमित खून ब्लड बैंक ये आया या बाहर से ? स्वास्थ्य मंत्री ने मांगी एक सप्ताह में रिपोर्ट, CS, मेडिकल अफसर व टेक्निशियन की छुट्टी
Jharkhand – Three suspended: Did the HIV-infected blood come from the blood bank or from outside? The Health Minister has requested a report within a week. The Chief Medical Officer, Medical Officer, and Technician have been dismissed.

रांची। चाईबासा में सदर अस्पताल में HIV संक्रमित खून बच्चे को चढ़ाने के मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सिविल सर्जन सहित जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इधर,स्वास्थ्य मंत्री ने भी इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने जांनकारी मांगी है कि जिस संक्रमित खून को चढ़ाने की बात कही जा रही है, उसे ब्लड बैंक से सप्लाई किया गया या खून बाहर से मंगवाया गया था।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन के माध्यम से एचआईवी संक्रमण की आशंका का मामला अत्यंत गंभीर है। दो दिन पूर्व यह मामला मेरे संज्ञान में आया था, जिसके बाद मैंने तत्काल उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। जांच के क्रम में एक थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे में एचआईवी संक्रमण की प्राथमिक पुष्टि हुई है।
सिविल सर्जन सहित तीन सस्पेंड
स्वास्थ्य मंत्री ने इस गंभीर मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए चाईबासा के सिविल सर्जन,एचआईवी यूनिट के प्रभारी चिकित्सक तथा संबंधित टेक्नीशियन — सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित (सस्पेंड) कर दिया गया है। मैंने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है और उसे एक सप्ताह के भीतर पूरी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह स्पष्ट रूप से कहा है कि जांच में यह सुनिश्चित किया जाए कि रक्त आपूर्ति रक्त अधिकोष (Blood Bank) से हुई थी या बाहर से।
एक सप्ताह में मांगी गयी जांच रिपोर्ट
इरफान अंसारी ने कहाकि यह भी ध्यान देने योग्य है कि एचआईवी संक्रमण की पूरी पुष्टि में लगभग चार सप्ताह का समय लगता है। विंडो पीरियड के दौरान यदि संक्रमित व्यक्ति का रक्त ट्रांसफ्यूज हो जाए, तो संक्रमण की ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ज्ञात हो कि डेढ़ वर्षो में बच्चों ने 32 बार प्लाज्मा ट्रांसफ्यूजन किया है। 32 लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। जिन दो लोगों के बारे में जानकारी दी गई उनकी जांच की गई है वह एचआईवी नेगेटिव पाए गए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पूरे प्रकरण की जानकारी दे दी गई है। उन्होंने स्वयं इस पर संज्ञान लेते हुए सख्त और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। हम सबके लिए बच्चे सबसे प्रिय हैं। उनके स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।









