IPS से शादी करने का महिला दारोगा का सपना हुआ चकनाचूर, FIR दर्ज कराकर लेडी दारोगा ने भेजवा दिया जेल, जानिये क्या है पूरा मामला
A female inspector's dream of marrying an IPS officer was shattered. She filed an FIR and sent him to jail. Find out the full story.

Fake IPS News : जिस IPS से प्यार कर महिला दारोगा शादी का सपना देख रही थी, वो IPS अफसर तो फर्जी निकला। अब भांडा फूटने के बाद महिला दारोगा की शिकायत पर फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है। मामला औरंगाबाद जिले का है। जहां से पुलिस विभाग की साख को झकझोर देने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
बारुण थाने में तैनात एक महिला दारोगा को फेसबुक पर दोस्ती कर एक युवक ने अपने को आईपीएस अधिकारी बताकर 14 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपी ने न सिर्फ महिला दारोगा से बल्कि जिले के कई अन्य अधिकारियों को भी अपने झांसे में लिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से फर्जी वर्दी, पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
मामला औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र का है। यहां तैनात एक नई बैच की महिला दारोगा ने भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के करवा गांव निवासी आशीष कुमार के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई है। एफआईआर के अनुसार, आरोपी आशीष कुमार से महिला दारोगा की पहचान लगभग डेढ़ वर्ष पहले फेसबुक पर हुई थी। उस समय आशीष ने खुद को भारतीय वायुसेना में लेफ्टिनेंट बताया था। कुछ महीनों बाद उसने दावा किया कि उसने यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस अधिकारी के रूप में चयन पा लिया है और उसे बिहार कैडर मिला है।
विवाह का झांसा देकर ठगी
आरोपी के इन दावों पर भरोसा कर महिला दारोगा ने अपने परिवार को विवाह का प्रस्ताव दिया। लेकिन जब परिवार ने आशीष के घरवालों से संपर्क करने की कोशिश की, तो वह टालमटोल करने लगा। इसी बीच उसने विभिन्न बहानों से ऑनलाइन माध्यम से महिला दारोगा से करीब 14 लाख रुपये ठग लिए। वह कभी बीमारी, तो कभी ट्रांसफर से जुड़ी परेशानियों का हवाला देकर पैसे मांगता था।
महिला दारोगा ने बताया कि आरोपी ने उन्हें अपने आधार कार्ड पर नया सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया, ताकि उस पर भरोसा और मजबूत हो। लेकिन कुछ समय बाद जब युवक संपर्क से गायब हो गया, तो महिला को ठगी का एहसास हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि आशीष ने अन्य युवतियों को भी इसी तरीके से ठगा है।
फर्जी आईपीएस बनकर बनाता था दबाव
जांच में पता चला कि आरोपी युवक न केवल सोशल मीडिया पर बल्कि वास्तविक जीवन में भी फर्जी पहचान का इस्तेमाल करता था। उसने पुलिस अधिकारियों को भी अपने को प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी बताकर धमकाने और निर्देश देने की कोशिश की थी।
नगर थाना पुलिस ने उसे शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया। उस समय वह कॉलेज के पास पुलिस अधिकारियों को “एसपी से बात होने” का हवाला देकर एसी कार उपलब्ध कराने का दबाव बना रहा था।
फर्जी दस्तावेज और वर्दी जब्त
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी के पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। इनमें आईपीएस की वर्दी में उसकी तस्वीरें, सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी का फर्जी पहचान पत्र, विभिन्न पुलिस अधिकारियों के साथ ली गई तस्वीरें, तीन मोबाइल फोन, आधार और पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, नकद 800 रुपये और अशोक स्तंभ का प्रतीक चिन्ह शामिल हैं।पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया है कि वह पिछले कई महीनों से खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों से ठगी कर रहा था।









