चमत्कार ही तो है: जिस विमान हादसे में 1000° सेल्सियस में जहां लोहा तक गल गया वहां सुरक्षित मिली भगवदगीता,एक पन्ना भी नहीं जला, यात्री अपने साथ लेकर…
It is a miracle: In the plane crash where iron melted at 1000° Celsius, Bhagavad Gita was found safe, not even a single page was burnt, the passenger took it with him...

Plane Crash : एयर इंडिया विमान हादसे ने एक साथ 270 जिंदगियां तबाह कर दी। इतिहास के इस सबसे बड़े विमान दुर्घटना में एक तरफ से जहां कई कहानियां शुरू होने से पहले ही खत्म हो गयी, तो कई चमत्कार भी हुए। एक तरफ जहां पहली बार इतने भीषण विमान हादसे में विश्वास कुमार रमेश सुरक्षित बच गये, तो वहीं दूसरी तरफ संकेंड में खाक कर देने वाली आग में एक “भागवत गीता” भी सुरक्षित बच गयी।
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून) को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा विमान हादसा हुआ। एयरपोर्ट से एअर इंडिया विमान ने उड़ान भरी। टेकऑफ के दो मिनट बाद विमान क्रैश हो गया। जमीन पर गिरते ही धमाका हुआ। आग का गोला बन गया। चंद सेकेंड में सब कुछ जलकर खाक हो गया। घटनास्थल के आसपास मौजूद पक्षी, पशु भी खाक हो गए। लोहा तक पिघल गया।
इतने भयंकर हादसे और आग के बाद भी घटनास्थल से एक ‘भागवत गीता’ सुरक्षित बरामद की गई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है कि जिसमें प्लेन क्रैश के बाद घटनास्थल पर राहत-बचाव कार्य में लगा एक युवक हाथों में भगवद् गीता लिए खड़ा है।
कवर और शुरुआती पन्नों पर जलने के निशान, अंदर के सभी पेज सुरक्षित
इस वीडियो में वह युवक बताया है कि इतनी भीषण आग के बाद भी यह पुस्तक सही सलामत बच गई। भागवत गीता के कवर का कुछ पार्ट जला है, शुरुआत के एकाध पन्ने पर भी आग से जलने के निशान मौजूद है, लेकिन अंदर के सभी पन्ने और किताब में मौजूद भगवान श्रीकृष्ण सहित अन्य देवी-देवताओं की तस्वीर को कुछ नहीं हुआ है। हादसे के बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान के आसपास तापमान एक हजार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसकी वजह से राहत और बचाव कार्य में बहुत मुश्किल हुई। यहां तक कि आसपास के कुत्तों और पक्षियों को भी भागने का मौका नहीं मिला और सभी जलकर खाक हो गए।
राज्य आपदा मोचन बल के एक सदस्य ने कहा कि वह करीब आठ साल से आपदा की स्थिति को देख रहे हैं, लेकिन ऐसी आपदा कभी नहीं देखी। हम पीपीई किट के साथ पहुंचे थे, लेकिन तापमान इतना ज्यादा था कि बचाव कार्य मुश्किल हो गया। एसडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि जैसे ही विमान के ईंधन टैंक में धमाका हुआ, भयंकर आग लग गई। तापमान तेजी से हजार डिग्री तक पहुंच गया।