नाईट कर्फ्यू ब्रेकिंग: चक्रवात मोंथा ने कहर बरपाना किया शुरू, सरकार ने नाईट कर्फ्यू किया घोषित, इन राज्यों में खतरनाक हो रहे मौसम का रेड अलर्ट
Night curfew breaking: Cyclone Montha begins wreaking havoc, government declares night curfew, red alert for dangerous weather in these states

Breaking News : चक्रवात ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। चक्रवात के भयावह होने का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि सात जिलों में नाईट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इस बीच आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच इसका लैंडफॉल शुरू हो गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान अगले तीन से चार घंटे में पूरी तरह तट पार कर लेगा। हवा की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा से अधिक है, जबकि सात जिलों में सरकार ने एहतियातन नाइट कर्फ्यू लागू किया है।आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में चक्रवात ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) का खतरा गहराता जा रहा है।

मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, तूफान का लैंडफॉल प्रोसेस मंगलवार शाम शुरू हो गया है। ‘मोंथा’ फिलहाल मछलीपट्टनम (Machilipatnam) और कालींगपट्टनम (Kalingapatnam) के बीच, काकिनाडा (Kakinada) के तट से टकरा रहा है। अगले 3 से 4 घंटे में इसके पूरी तरह तट पार करने की संभावना जताई गई है।
तटवर्ती इलाकों में हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा, जबकि झोंकों की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक दर्ज की गई है। तेज हवाओं के साथ कई जगहों पर भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो रही है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं, जिससे मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।
सरकार ने लागू किया नाइट कर्फ्यू, वाहन आवाजाही पर रोक
चक्रवात के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने मंगलवार रात सात जिलों में वाहन आवाजाही पर रोक लगाने और नाइट कर्फ्यू लागू करने का निर्णय लिया है। यह प्रतिबंध रात 8:30 बजे से लेकर बुधवार सुबह 6:00 बजे तक प्रभावी रहेगा।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र (RTGS) ने बताया है कि कृष्णा, एलुरु, ईस्ट गोदावरी, वेस्ट गोदावरी, काकिनाडा, डॉ. बी.आर. अंबेडकर कोनसीमा, और अल्लूरी सीताराम राजू जिलों के चिंटूर और रामपचोडवरम डिवीजन चक्रवात के सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में होंगे।
सरकार ने कहा है कि इस दौरान सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) भी शामिल हैं। केवल आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (Emergency Medical Services) को ही अनुमति दी जाएगी।
प्रशासन अलर्ट मोड पर, राहत दल तैनात
मुख्यमंत्री कार्यालय ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। तटीय जिलों में NDRF और SDRF की टीमें पहले से ही तैनात हैं। बिजली आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए एनर्जी विभाग को बैकअप तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
कृष्णा और गोदावरी नदी तटों पर पानी का स्तर बढ़ने से कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की खबरें मिली हैं। तटीय गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।









