छात्रा के साथ हैवानियत: आर्मी की तैयारी कर रही युवती को फोन कर बुलाया लाईब्रेरी, फिर दवा खिलाकर तीन युवकों ने ….
Brutality with a student: A girl preparing for the army was called to the library on phone, then three youths made her eat medicine and raped her....

Crime News : 20 वर्षीय छात्रा के साथ एक लाइब्रेरी में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई है। घटना के बाद छात्रा की तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पूछताछ में आरोपी ने दवा खिलाकर रेप की पुष्टि की है। पीड़िता की मौत के बाद परिवार को धमकाया गया, जिससे उन्होंने पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार कर दिया। इस अमानवीय घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है।
घटना भोजपुर जिले के हसन बाजार थाना क्षेत्र की है, जो थाना से महज 250 मीटर की दूरी पर स्थित है। मिली जानकारी के मुताबिक 20 वर्षीय छात्रा, जो ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर की छात्रा थी, 22 मई की सुबह अपने रोजमर्रा के कार्यों को निपटाने के बाद दौड़ने और फिर पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी गई थी।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तीन युवकों ने उसे पहले प्ले ग्राउंड में कॉल कर लाइब्रेरी बुलाया। वहां उसे “से**क्स पावर बढ़ाने वाली” नशीली दवा दी गई। फिर बारी-बारी से तीनों ने उसके साथ बलात्कार किया। गर्मी और दवा के साइड इफेक्ट्स की वजह से छात्रा की हालत गंभीर हो गई। आरोपी उसे बेसुध अवस्था में लाइब्रेरी में ही छोड़कर भाग गए।
शाम को जब अन्य छात्र लाइब्रेरी पहुंचे तो उन्होंने लड़की को देखा और परिवार को सूचित किया। पीड़िता के भाई और बहन मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार पर बना दबाव, चुपचाप हुआ अंतिम संस्कार:
घटना के बाद आरोपियों ने पीड़िता के परिजनों को धमकाया, जिससे वे भयभीत होकर पुलिस को जानकारी दिए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर बैठे। 24 मई को ग्रामीणों के समझाने पर परिजनों ने FIR दर्ज कराई, जिसके बाद 25 मई को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। 26 मई को यह हृदय विदारक घटना सामने आई।
परिवार की मार्मिक व्यथा:
पीड़िता की मां और बहन ने रोते हुए बताया कि वह परिवार की सबसे जिम्मेदार सदस्य थी। वो न सिर्फ पढ़ाई करती थी, बल्कि घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए खेतों में ट्रैक्टर चलाती थी, भैंसों की देखभाल करती थी और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी।पीड़िता की छोटी बहन ने कहा, “दीदी ने कहा था कि कुछ लेकर आऊंगी, लेकिन वह कभी लौटकर नहीं आई। जब हम पहुंचे तो देखा कि दीदी फटी हालत में बेसुध पड़ी थी और बोल रही थी कि मेरे साथ गलत काम हुआ है।”परिजनों का कहना है कि किसी ने उनकी मदद नहीं की, अस्पताल ले जाने के बावजूद उनकी बेटी को बचाया नहीं जा सका।
न्याय की मांग:
परिवार और स्थानीय लोग सरकार से दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है और आमजन में भारी आक्रोश है। प्रशासन पर दबाव है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए।