…जब मंच पर फूट-फूटकर रो पड़ी दिवंगत रामदास सोरेन की पत्नी, बेटे सोमेश के लिए वोट मांगने के दौरान हुआ वाकया, कल्पना सोरेन ने संभाला…
...When the wife of late Ramdas Soren burst into tears on the stage, the incident happened while she was seeking votes for her son Somesh, Kalpana Soren handled the situation...

घाटशिला। घाटशिला विधानसभा उपचुनाव का चुनावी माहौल मंगलवार को इमोशनल हो गया। दिवंगत विधायक रामदास सोरेन की पत्नी प्रचार मंच पर फूट-फूटकर रो पड़ीं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन दोनों ने भावुक अपील करते हुए जनता से उनके बेटे व जेएमएम प्रत्याशी सोमेश सोरेन को समर्थन देने की अपील की।
रामदास दा की शक्ति बनकर हर संघर्ष में साथ रहीं उनकी अर्द्धांगिनी आज भावनाओं से भर आईं।
पर झारखंड, घाटशिला और झामुमो गठबंधन उनके साथ है — हर कदम, हर परिस्थिति में।
रामदास दा अमर रहें।
जय झारखंड। pic.twitter.com/JcidBH8S42— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 4, 2025
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए यह चुनाव केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा और भावनाओं से जुड़ी लड़ाई बन चुका है। दिवंगत विधायक रामदास सोरेन की असमय मृत्यु के बाद यह सीट खाली हुई थी, और अब उनकी विरासत बचाने की जिम्मेदारी उनके बेटे सोमेश सोरेन के कंधों पर है।
हेमंत सोरेन ने शेयर किया भावुक वीडियो
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर रामदास सोरेन की पत्नी सूरजमणि सोरेन का एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह भावुक नज़र आ रही हैं। वीडियो के साथ हेमंत सोरेन ने लिखा—“रामदास दा की शक्ति बनकर हर संघर्ष में साथ रहीं उनकी अर्द्धांगिनी आज भावनाओं से भर आईं।पर झारखंड, घाटशिला और झामुमो गठबंधन उनके साथ है — हर कदम, हर परिस्थिति में।रामदास दा अमर रहें।जय झारखंड।”
हेमंत का यह संदेश स्पष्ट रूप से जेएमएम की भावनात्मक अपील को मजबूत करता दिख रहा है।
मंच पर छलका दर्द, कल्पना सोरेन ने संभाला
मंगलवार को घाटशिला में आयोजित एक जनसभा में सूरजमणि सोरेन प्रचार मंच पर बोलते-बोलते भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं और रो पड़ीं। मंच पर मौजूद कल्पना सोरेन तुरंत उनके पास पहुँचीं, उन्हें गले लगाया और ढांढस बंधाया।
कल्पना सोरेन ने इस दौरान दिवंगत विधायक को याद करते हुए कहा—“एक महिला के लिए अपने पति को खो देना जीवन के उजड़ जाने जैसा होता है।मां के सिंदूर का मिटना, साकम और सांखा-पोला का टूटना… यह दर्द वही समझ सकती है जिसने इसे सहा हो।”जनसभा में मौजूद भीड़ भी इस भावनात्मक क्षण में भावुक दिखाई दी। ग्रामीण महिलाओं ने सूरजमणि सोरेन के समर्थन में नारे लगाए—“सूरजमणि दीदी हिम्मत रखिए, पूरा घाटशिला आपके साथ है!”
जेएमएम के लिए उपचुनाव की प्रतिष्ठा दांव पर
घाटशिला सीट को जेएमएम किसी भी कीमत पर हाथ से जाने नहीं देना चाहता। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार—
• यह चुनाव झामुमो के लिए जनभावना बनाम राजनीतिक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
• विपक्ष जहां विकास के मुद्दों पर घेरने की कोशिश कर रहा है, वहीं जेएमएम भावनात्मक कनेक्ट पर फोकस कर रही है।
समर्थन की अपील
सूरजमणि सोरेन ने भावुक स्वर में जनता से अपील की—“आप सब रामदास दा को प्यार करते थे, अब उसी प्यार को मेरे बेटे सोमेश को देकर उसे जिताइए… यही उसके पिता की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”









