गंदी किडनी लगवा दी….! लालू परिवार से बाहर हुई रोहिणी आचार्य का रोते-रोते आंखे सूजी..गला बैठा, बोली, झगड़े के वक्त सब रो रहे थे…मुझे कहा…’करोड़ों रूपए और टिकट लिया, तब लगवाई गंदी किडनी’
Rohini Acharya, who was expelled from the Lalu family, cried so much that her eyes swelled and her throat became sore. She said, "Everyone was crying during the fight...they told me..." You paid crores of rupees and got a ticket, then you got a dirty kidney."

Rohini Acharya : हार के बाद लालू यादव के परिवार में गहरा मतभेद खुलकर सामने आ गया है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लगातार गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें गालियां दी गईं, चप्पल चलाई गई और पिता को किडनी देने को लेकर अपमानित किया गया। रोहिणी ने परिवार से रिश्ते तोड़ने की बात कही है।
लालू यादव की छोटी बेटी और अमेरिका में रहने वाली रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लगातार धमाकेदार पोस्ट करते हुए परिवार के भीतर गंभीर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें गंदी गालियां दी गईं, चप्पल चलाई गई और पिता को किडनी देने के फैसले को भी अपमानित किया गया।
रोहिणी ने एक पोस्ट में लिखा कि “कल मुझे गालियां देकर कहा गया कि मैंने अपने पिता को गंदी किडनी लगवा दी। इसके बदले करोड़ों रुपये और टिकट लिया।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सभी बहनों और बेटियों को सलाह है कि पिता को बचाने की जिम्मेदारी कभी खुद न उठाएं, बल्कि भाइयों या उनके ‘हरियाणवी दोस्तों’ से किडनी दिलवाने की बात कहें।
संजय यादव और रमीज पर आरोप
रोहिणी ने अपने पोस्ट में जेडीयू-राजद के राजनीतिक रणनीतिकारों में शामिल माने जाने वाले संजय यादव और रमीज का भी नाम लिया। उनका आरोप है कि बिहार की चुनावी हार के मुद्दे पर जब उन्होंने दोनों के खिलाफ अपनी राय रखी, तो राबड़ी देवी के आवास पर उनके साथ गाली-गलौज हुई और चप्पल फेंका गया।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर राजनीति छोड़ने की बात लिखने के बाद वे पटना से दिल्ली चली गईं। रविवार को दिल्ली से मुंबई रवाना होते समय वे मीडिया से बातचीत के दौरान बेहद भावुक दिखीं। रोहिणी का गला रोते-रोते बैठ चुका था, और वे अपनी बात कहने के दौरान कई बार रुक गईं।
‘पिता और मां मेरे साथ हैं’
दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रोहिणी ने कहा—“जो कुछ कहना था, सोशल मीडिया पर कह दिया है। मैंने झूठ नहीं बोला। आप यह बात तेजस्वी, संजय यादव और रमीज से पूछ लें। मेरे पिता और मेरी मां मेरे साथ खड़े हैं। मेरे माता-पिता कल मेरे लिए रो रहे थे।”रोहिणी ने यह भी आरोप लगाया कि उनके अपमान के दौरान लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी बहनें भी भावुक हो गई थीं और रो पड़ी थीं। बावजूद इसके उन्हें माहौल ऐसा लगा कि उन्हें पैतृक घर छोड़कर जाना ही पड़ेगा।
‘किडनी देने को गुनाह बताया गया’
रोहिणी ने बेहद भावुक पोस्ट में लिखा कि उनके द्वारा पिता को किडनी देने को भी परिवार के कुछ लोगों ने गलत ठहराया।उन्होंने कहा—“मुझसे तो गुनाह हो गया कि मैंने अपने पिता को बचाने के लिए अपने शरीर का हिस्सा दे दिया। न अपने बच्चों को देखा, न पति और ससुराल से अनुमति ली। आज उसी काम को गंदा बताया जा रहा है।”
‘अनाथ की तरह जाना पड़ा मायके से’
रोहिणी का कहना है कि अपमान और धमकियों से टूट चुकी वह अपने मायके से सारे रिश्ते तोड़ने को मजबूर हुईं।उन्होंने कहा—“मुझे अनाथ की तरह घर छोड़ना पड़ा। किसी भी बेटी या बहन को यह सब नहीं झेलना चाहिए।”रोहिणी मुंबई अपने ससुराल लौट गई हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सास उनसे बेहद चिंतित थीं और तुरंत वापस आने को कहा था।









