खेसारी लाल यादव लड़ेंगे चुनाव: पत्नी चंदा देवी का चुनाव लड़ना कैंसिल, इस सीट पर अब खेसारी लाल यादव भरेंगे पर्चा, लालू यादव से मिलकर थामा लालटेन
Khesari Lal Yadav will contest the election: Wife Chanda Devi's candidacy has been cancelled, Khesari Lal Yadav will now file his nomination for this seat, meeting Lalu Yadav and holding the lantern.

Khesari Lal Yadav: इस बार बिहार चुनाव में एक्टर और सिंगर्स की ही बहार है। रीतेश पांडेय से लेकर मैथली ठाकुर था और मैथिली से लेकर खेसारी लाल यादव तक, हर कोई चुनाव मैदान में दिख रहा है। गुरुवार को भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव राष्ट्रीय जनता दल में हुए शामिल हुए। तय हो गया है कि वो चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वो चुनाव लड़ें या उनकी पत्नी एक ही बात है।
अब यह तय हो गया है कि खेसारी लाल यादव राजद (RJD) के टिकट पर छपरा सीट से चुनाव लड़ेंगे। पहले खेसारी लाल ने खुद कहा था कि वे अपनी पत्नी चंदा देवी को चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं, क्योंकि वे अपने फ़िल्मी करियर पर ध्यान देना चाहते हैं, लेकिन अब सूत्रों के मुताबिक, चंदा देवी ने चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। इसके बाद खेसारी लाल यादव ने खुद चुनावी मैदान में उतरने का फैसला कर लिया है।
राजनीतिक गलियारों में इस बदलाव को लेकर जोरदार चर्चा है। खेसारी लाल के नामांकन की खबर फैलते ही उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है। शहर में उनके नामांकन को लेकर माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है। भीड़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक के विशेष इंतजाम किए हैं।
नामांकन के अंतिम दिन शुक्रवार को खेसारी लाल यादव छपरा एसडीओ कार्यालय में अपना पर्चा दाखिल करेंगे। प्रशासन ने समाहरणालय परिसर में बैरिकेडिंग, सीसीटीवी निगरानी और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है।
मुझे बिहार के बदलाव में योगदान देना है: खेसारी लाल यादव
राजद में शामिल होने के बाद खेसारी लाल यादव ने कहा,”मैंने हमेशा यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि जैसे मैं मुंबई में अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रहा हूं, उन्हें अच्छे स्कूल और अस्पताल प्रदान कर रहा हूं, बिहार के बच्चों का भविष्य भी उतना ही सुरक्षित हो जितना हमारा है, और हमारे बच्चों को दूसरे राज्यों में नहीं जाना चाहिए। इसलिए बदलाव की जरूरत है और मैं उस बदलाव में योगदान देना चाहता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं हमेशा इस परिवार का हिस्सा रहा हूं और मुझे हमेशा चाचा का आशीर्वाद मिला है। मुझे राबड़ी माता, दीदी और भैया का आशीर्वाद मिला है। सिर्फ मैं ही नहीं, मेरा मानना है कि पूरा बिहार बदलाव चाहता है, और मुझे उस बदलाव में योगदान देना चाहिए।”