रांची: स्कूल बन गया जंग का मैदान, छात्रा ko के भाईयों ने छात्र को कमरे से बाहर निकालकर पीटा, स्कूल प्रबंधन का रवैया भी शर्मनाक

Ranchi: School became a battlefield, the girl's brothers dragged the boy out of the room and beat him, the attitude of the school management is also shameful

रांची। स्कूल में क्लास रूम से निकालकर छात्र की पिटाई की गयी है। घटना चिलदाग प्लस टू हाई स्कूल, अनगड़ा काहै। यहां एक आदिवासी छात्र को छात्रा के परिजनों ने स्कूल परिसर में घसीट-घसीट कर बेरहमी से पीटा। मारपीट इतनी भयंकर थी कि छात्र बेहोश होकर गिर पड़ा, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि स्कूल के शिक्षक मूकदर्शक बने रहे और उल्टा पीड़ित छात्र को ही नोटिस थमा दिया गया।

 

पूरी घटना कक्षा 10वीं के दो सेक्शन के छात्रों के बीच छोटे से विवाद से शुरू हुई। स्कूल प्रबंधन पहले ही विद्यार्थियों को लंबे बाल कटवाने को लेकर हिदायत दे चुका था, लेकिन जब कुछ छात्रों ने इसका पालन नहीं किया तो प्रबंधन ने सीनियर छात्रों से जबरन बाल कटवाए। इसी दौरान, कक्षा 10वीं ‘बी’ के एक आदिवासी छात्र पर आरोप लगाया गया कि उसने ‘ए’ सेक्शन की एक छात्रा के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे। बिना पक्ष जाने स्कूल प्रबंधन ने छात्र को जमकर फटकार लगाई। मामला यहीं नहीं रुका।

 

 

छात्रा ने इस घटना की जानकारी अपने भाई को मोबाइल से दी। थोड़ी ही देर में छात्रा का भाई, पिता, चाचा और एक अन्य रिश्तेदार स्कूल पहुंच गए। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल कक्ष के पास खड़े छात्र को घसीटकर बाहर निकाला और लात-घूंसों से मारना शुरू कर दिया। कई बार उसे उठाकर जमीन पर पटका गया। छात्र ‘बचाओ-बचाओ’ चिल्लाता रहा लेकिन कोई आगे नहीं आया। शिक्षकों ने न सिर्फ घटना को नजरअंदाज किया, बल्कि पीड़ित की कोई मदद भी नहीं की।

 

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि स्कूल प्रबंधन ने मार खाने वाले छात्र को ही नोटिस थमा दिया है। प्रिंसिपल संगीता रवि ने कहा कि, “हम कुछ समझ पाते, इससे पहले ही छात्र की पिटाई हो चुकी थी। गुरुवार को दोनों पक्षों के अभिभावकों को बुलाया गया है।”पूरी वारदात स्कूल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, फिर भी अब तक न तो स्कूल ने पुलिस को सूचना दी और न ही कोई प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

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