बेटे को थी मोबाइल और टीवी देखने की लत, परेशान मां ने फंदे पर लटककर दे दी जान, मंदिर के कमरे में मिला शव
Son addicted to mobile and TV, distressed mother hanged herself, body found in temple room

Crime News : बेटे के टीवी देखने और मोबाइल देखने से परेशान मां ने अपनी जांन दे दी। घटना ने इलाके को सन्न कर दिया है। यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि ऑनलाइन गेम्स और डिजिटल लत किस तरह पारिवारिक तनाव का कारण बन रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण और संवाद की कमी से ऐसे मामलों में तेजी आ रही है।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के रक्सा थाना क्षेत्र का है। मां ने अपने 13 वर्षीय बेटे की ऑनलाइन पबजी गेम खेलने और लगातार टीवी देखने की आदत से परेशान होकर अपनी जान दे दी। यह दर्दनाक घटना आर.एस. रेजीडेंसी कॉलोनी की है, जहां 38 वर्षीय शीला सिंह, पत्नी रविन्द्र प्रताप सिंह, ने रविवार देर रात फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली।
मृतका शीला सिंह मूल रूप से चित्रकूट जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के हरदौली गांव की रहने वाली थीं। फिलहाल उनका परिवार झांसी में रह रहा था। उनके पति रविन्द्र प्रताप सिंह एचडीबी फाइनेंस कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। दंपति का एकमात्र बेटा अरिहंस जय, उम्र लगभग 13 वर्ष, स्थानीय स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है।
इस घटना के बाद परिवार और पड़ोसियों में शोक की लहर है। पति रविन्द्र प्रताप सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं 13 वर्षीय अरिहंस सदमे में है और कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शीला एक संवेदनशील और धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं, जो अक्सर अपने बेटे को अच्छे संस्कार और पढ़ाई के लिए प्रेरित करती थीं।
बेटे की पबजी की लत से थी मां परेशान
मृतका के पति रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि उनका बेटा ऑनलाइन पबजी गेम खेलने और टीवी देखने का आदी हो गया था। वह घंटों मोबाइल में गेम खेलता रहता और पढ़ाई पर ध्यान नहीं देता था। शीला इस आदत से बेहद दुखी थीं और अक्सर अपने बेटे के भविष्य को लेकर चिंता जताया करती थीं।
रविन्द्र ने बताया कि उनकी पत्नी कहती थीं — “बेटा ही हमारी असली पूंजी और संपत्ति है, अगर यही बिगड़ गया तो जीवन का क्या अर्थ बचेगा?”पिछले कुछ दिनों से शीला काफी तनाव में थीं। रविवार रात भी परिवार ने सामान्य तरीके से खाना खाया और सभी अपने-अपने कमरों में सो गए।
आधी रात में हुआ हादसे का पता
रात करीब दो बजे रविन्द्र की नींद खुली तो उन्होंने देखा कि शीला अपने बिस्तर पर नहीं हैं। तलाश करते हुए जब वह घर के मंदिर वाले कमरे में पहुंचे, तो उनकी चीख निकल गई — शीला फंदे से लटकी हुई थीं। आनन-फानन में उन्होंने पड़ोसियों को सूचना दी और पुलिस को फोन किया।
पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट
सूचना मिलते ही रक्सा थाना प्रभारी रूपेश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शव को तुरंत नीचे उतारा गया और 108 एम्बुलेंस से झांसी मेडिकल कॉलेज भेजा गया। वहां डॉक्टरों ने शीला सिंह को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।थाना प्रभारी रूपेश कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह मामला तनाव के कारण आत्महत्या का प्रतीत होता है। हालांकि, अन्य कोणों की भी जांच की जा रही है।









