शिक्षक न्यूज: हेडमास्टर और शिक्षक में जमकर चले लाठी डंडे, मिड डे मील के चक्कर में स्कूल में जमकर हुई उठा पटकी

Teacher News: Headmaster and teacher fight fiercely, there was a lot of fighting in the school over mid day meal

Teacher News : सरकारी स्कूलों से जुड़ी खबरें अक्सर चर्चा में रहती हैं, लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, उसने शिक्षा व्यवस्था की मर्यादाओं को शर्मसार कर दिया है। मिड डे मील के कमीशन के लिए दो शिक्षक आपस में भिड़ गये। मामला बिहार के मोतिहारी जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र अंतर्गत पैठानपट्टी मिडिल स्कूल का है।

 

जानकारी के मुताबिक मिड डे मील में कमीशनबाजी को लेकर स्कूल के प्रधानाध्यापक और सहायक शिक्षक के बीच जमकर लाठी-डंडे चले। यह घटना न केवल शिक्षकों की गरिमा को चोट पहुंचाने वाली है, बल्कि स्कूली छात्रों के बीच भय और असुरक्षा का वातावरण भी पैदा कर गई है।

 

बताया जा रहा है घटना की शुरुआत उस समय हुई जब सहायक शिक्षक हरिशंकर पासवान अपने समर्थकों के साथ स्कूल परिसर में पहुंचे और प्रधानाध्यापक पवन कुमार पासवान पर लाठी-डंडे से हमला बोल दिया।

 

मारपीट इतनी गंभीर हो गई कि प्रधानाध्यापक के बेटे, जो स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, को भी गंभीर चोटें आईं। बताया जा रहा है कि प्रधानाध्यापक का बेटा बीच-बचाव करने के दौरान हमले की चपेट में आ गया।

 

इस हिंसक झड़प में दोनों शिक्षकों को सिर पर गंभीर चोटें आईं, वहीं सहायक शिक्षक बेहोश होकर गिर पड़े। पूरे स्कूल परिसर में इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से अफरातफरी मच गई। सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने बीच-बचाव किया और घायल शिक्षकों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।

 

स्थानीय पुलिस भी घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। फिलहाल दोनों पक्षों से शिकायत दर्ज की जा चुकी है और मामले की जांच जारी है।

 

ग्रामीणों के अनुसार, दोनों शिक्षकों के बीच मिड डे मील के फंड और कमीशन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था, जो अंततः इस हिंसक टकराव में बदल गया। लोगों का कहना है कि लंबे समय से पारदर्शिता की कमी के कारण इस तरह की स्थिति बनी थी, लेकिन अब यह स्कूल की साख और बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है।

 

इस पूरे घटनाक्रम के बाद से स्कूल के छात्रों और अभिभावकों में गहरी चिंता है। ग्रामीणों और समाजसेवियों ने प्रशासन से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और शिक्षा संस्थान अपनी गरिमा बनाए रखें।

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