पुलिस विभाग का बड़ा आदेश: दारोगा बाबू परिवार संग नहीं बिता पाएंगे रात..पढ़िए क्यों जारी हुआ सख्त आदेश

Police news:  समय समय पर विभागों में कई तरह के आदेश जारी होते रहते हैं परंतु पुलिस मुख्यालय के तरफ जारी आदेश ने विभाग में खलबली मचा दी है। इस आदेश के तहत दारोगा बाबू अब अपने परिवार संग रात नहीं बिता पाएंगे। इस आदेश के पीछे मुख्यालय ने अपने तर्क भी दिए हैं, जो आम जनता के लिए संतोषप्रद तो हो सकता है पर दारोगा बाबू के तनाव भी पैदा कर सकता है।परंतु विभाग का आदेश तो आदेश ही हैं।

क्या है आदेश

पुलिस पेट्रोलिंग और बढ़ते अपराध की वजह से विभाग पर उठ रहे सवाल के बीच बिहार की पुलिसिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक बड़ा और सख्त कदम उठाया गया है.

पटना रेंज आईजी जितेंद्र राणा ने स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं कि अब राज्य के किसी भी थानेदार को ड्यूटी के दौरान अपने निजी घर पर नहीं रहना होगा, बल्कि उन्हें थाने परिसर स्थित सरकारी आवास में ही रहना होगा. यह आदेश न सिर्फ थानेदारों की जवाबदेही तय करेगा, बल्कि रात में पुलिसिंग को सक्रिय और तत्पर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है.

 आदेश के पीछे क्या है तर्क

आदेश का उद्देश्य स्पष्ट है थानेदारों को अपने क्षेत्र का ‘रक्षक’ बनाना, सिर्फ ‘कागजी अफसर’ नहीं. इसके साथ ही जनता के बीच पुलिस पर भरोसा बढ़ाने की कोशिश भी है. हालांकि कुछ पुलिसकर्मी इसे कठोर आदेश मान रहे हैं।

पूर्व में क्या था नियम

पूर्व के कार्यकलाप के अनुसार कई थानेदार रात की गश्ती के बाद आराम से अपने घर लौट जाते थे. किसी आपात स्थिति में उनके अधीनस्थ अफसर उन्हें फोन पर सूचना देते रहते थे, जिससे घटनास्थल पर उनकी उपस्थिति में देर हो जाती थी. यह लापरवाही कई बार साक्ष्य मिटने, अपराधी भागने या पीड़ित को तत्काल न्याय न मिलने की वजह बन चुकी थी.

क्राइम कंट्रोल पर क्या है विजन

पटना रेंज आईजी ने इस रवैये पर अब सख्ती दिखाई है और स्पष्ट किया है कि थाने की जिम्मेदारी थानेदार को 24×7 निभानी होगी. साथ ही उन्होंने पैदल गश्ती करने वाले पुलिसकर्मियों को भी अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है. अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे या कोई पुलिस को देख भागने लगे, तो उसे तत्काल वायरलेस से सभी यूनिट्स को फ्लैश किया जाए, ताकि उसे पकड़ा जा सके.

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